आयुक्त शम्मी आबिदी Archives - REVOLT NEWS INDIA http://revoltnewsindia.com/tag/आयुक्त-शम्मी-आबिदी/ News for India Mon, 27 Dec 2021 12:23:34 +0000 en hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5.2 http://revoltnewsindia.com/wp-content/uploads/2020/05/cropped-LLL-2-32x32.png आयुक्त शम्मी आबिदी Archives - REVOLT NEWS INDIA http://revoltnewsindia.com/tag/आयुक्त-शम्मी-आबिदी/ 32 32 174330959 ‘जीत तभी होती है, जब ठान ली जाती है‘ http://revoltnewsindia.com/victory-comes-only-when-determination-is-made/5126/ http://revoltnewsindia.com/victory-comes-only-when-determination-is-made/5126/#respond Mon, 27 Dec 2021 12:23:30 +0000 http://revoltnewsindia.com/?p=5126 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की तीन दिवसीय राज्य स्तरीय क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता शुरूप्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों को अपना कौशल दिखाने का मौका मिलता है : संसदीय सचिव…

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एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की तीन दिवसीय राज्य स्तरीय क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता शुरू
प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों को अपना कौशल दिखाने का मौका मिलता है : संसदीय सचिव विकास उपाध्याय

रायपुर। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने आज राजधानी के स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कोटा में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की तीन दिवसीय राज्य स्तरीय क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस प्रतियोगिता में 1300 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इस क्रीड़ा प्रतियोगिता में 16 प्रकार की खेल विधाएं होंगी। प्रतियोगिता 14 वर्ष और 19 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में बालक और बालिकाओं के लिए आयोजित की गई है।

विकास उपाध्याय ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के बाद ध्वजारोहण किया। उन्होंने प्रतियोगिता के शुभारंभ की विधिवत घोषणा की। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने आकर्षक मार्च पास्ट किया। शभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर एजाज ढेबर ने की। इस अवसर पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभाग के सचिव डी.डी. सिंह, आयुक्त शम्मी आबिदी, वार्ड पार्षद प्रकाश जगत सहित शिक्षक, प्रशिक्षक, कोच और खिलाड़ी उपस्थित थे।

संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि खेल के महत्व को हमें भूलना नहीं चाहिए। जीवन में खेलकूद का महत्व पढ़ाई-लिखाई के साथ आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों को अपने कौशल को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। खेलकूद से शारीरिक और बौद्धिक विकास होता है।

खेलकूद न केवल मनोरंजन करते हैं, अपितु स्वास्थ्य को उत्तम भी बनाते हैं। यदि बच्चे प्रसन्न और स्वस्थ्य रहेंगे, तो पढ़ाई-लिखाई में अच्छे से मन लगेगा। उपाध्याय ने कहा कि राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की सभी गतिविधियों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिभावान विद्यार्थी जहां खेलकूद की गतिविधियों में आगे रहते हैं, वहीं उनकी सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य, गायन की प्रतिभा भी निखरती हैं।

बच्चों में बौद्धिक तर्कशक्ति एवं विश्लेषणात्मक क्षमता भी बहुत कूट-कूट कर भरी है, जो प्रश्न मंच, वाद-विवाद, निबंध आदि प्रतियोगिताओं के माध्यम से पता चलता है। उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पदभार ग्रहण करने के बाद राज्य में एकलव्य विद्यालयों के बच्चों के लिए क्रीड़ा प्रतियोगिताएं शुरू की गई। वर्ष 2019-20 में एकलव्य विद्यालय के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में कुल 34 पदक जीते, जिसमें 10 स्वर्ण, 17 रजत और 7 कांस्य पदक प्राप्त किए यह अत्यंत गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में लगभग 15 हजार से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।

महापौर एजाज ढेबर ने प्रतियोगिता में शामिल सभी खिलाड़ियों का स्वागत और अभिनंदन करते हुए कहा कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सफल खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में शामिल होने का अवसर मिलेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रतियोगिता में शामिल खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन कर राज्य और अपने स्कूल का नाम रोशन करेंगे।

महापौर ने कहा कि प्रतियोगिता में बच्चों के बौद्धिक विकास के साथ ही संस्कृति को बचाने पर भी ध्यान दिया गया है। भविष्य में इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ‘‘हार जब होती है, जब मान ली जाती है, जीत तभी होती है, जब ठान ली जाती है‘‘।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग की आयुक्त शम्मी आबिदी ने प्रतियोगिता के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि प्रदेश में कुल 71 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित हैं, जिसमें बस्तर संभाग में 29, सरगुजा संभाग में 21, बिलासपुर संभाग में 11, दुर्ग और रायपुर संभाग में 5-5 विद्यालय हैं इनमें 10 कन्या, 6 बालक और 55 सह-शिक्षा विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में कक्षा 6वीं से 12वीं तक अध्ययन होता है।

प्रत्येक कक्षा में 60-60 सीट स्वीकृत हैं। वर्तमान में 15 हजार 581 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इन विद्यालयों में जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है। दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा जिला स्तर पर कराई जाती है। कोविड-19 के कराण वर्ष 2020-21 में प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया गया। उसके पूर्व वर्ष 2019-20 में राष्ट्रीय पर खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता भोपाल-मध्यप्रदेश में संपन्न हुई थी, इसमें छत्तीसगढ़ से विभिन्न विधाओं में कुल 268 विद्यार्थी शामिल हुए, जिसमें से 116 विद्यार्थी (98 बालक एवं 18 बालिकाएं) विजयी हुए थे।

इन विद्यार्थियों ने 16 स्वर्ण, 17 रजत और 7 कांस्य पदक जीतकर छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया था। इस वर्ष यह प्रतियोगिता विद्यालय स्तर पर, जिला स्तर पर और संभाग स्तर पर आयोजित हुई। संभाग स्तर पर चयनित विद्यार्थी आज राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल हुए हैं। राज्य स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में एथलेटिक्स, बैंडमिंटन, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, फुटबाल, हैंडबाल, हॉकी, कबड्ड़ी, खो-खो, तैराकी, ताईक्वांडों, वालीबॉल, तीरंदाजी, कराटे, कुश्ती, टेबल टेनिस शामिल हैं। इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक प्रतियोगिता के अंतर्गत संगीत, नृत्य और बौद्धिक प्रतियोगिता के अंतर्गत तात्कालीक भाषण, निबंध, वाद-विवाद, प्रश्न मंच, पोस्टर एवं चित्रकला प्रतियोगिता को शामिल किया गया है।

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छत्तीसगढ़ के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं, जरूरत सिर्फ उन्हें तराशने और अवसर देने की : भूपेश बघेल http://revoltnewsindia.com/there-is-no-shortage-of-talent-in-the-children-of-chhattisgarh-just-bhupesh-baghel-to-give-them-a-chance/4926/ http://revoltnewsindia.com/there-is-no-shortage-of-talent-in-the-children-of-chhattisgarh-just-bhupesh-baghel-to-give-them-a-chance/4926/#respond Fri, 10 Dec 2021 10:43:26 +0000 http://revoltnewsindia.com/?p=4926 मुख्यमंत्री ने प्रयास आवासीय विद्यालय के प्रतिभावान बच्चों को किया सम्मानितविद्यार्थियों को लैपटाप के लिए 50-50 हजार रूपए के चैक प्रदान किए रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि…

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मुख्यमंत्री ने प्रयास आवासीय विद्यालय के प्रतिभावान बच्चों को किया सम्मानित
विद्यार्थियों को लैपटाप के लिए 50-50 हजार रूपए के चैक प्रदान किए

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है, जरूरत सिर्फ उनकी प्रतिभा को तराशने और उन्हें अच्छे अवसर प्रदान करने की है। मुख्यमंत्री आज महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह के शहादत दिवस पर अपने निवास कार्यालय में आयोजित स्वर्गीय राजीव गांधी बाल भविष्य सुरक्षा प्रयास आवासीय विद्यालय के प्रतिभावान विद्यार्थियों के प्रतिभा सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के प्रारम्भ में शहीद वीर नारायण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। समारोह में अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव, विधायक देवेंद्र यादव, आदिम जाति कल्याण विभाग के सचिव डी.डी.सिंह, आयुक्त शम्मी आबिदी उपस्थित थीं।

उल्लेखनीय है कि वर्ष-2021 में प्रयास आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों में से आईआईटी में 27, एनआईटी एवं समकक्ष शैक्षणिक संस्थानों में 35, सीएस फाऊंडेशन में 5, क्लेट में दो, इंजीनियरिंग कॉलेज में 61 विद्यार्थी सफल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने सम्मान समारोह में प्रतीक स्वरूप आईआईटी, एन.आई.टी. और समकक्ष शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश प्राप्त करने वाले 10 विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए 50-50 हजार रुपए के चेक प्रदान किए।

इस अवसर पर उन्होंने स्वर्गीय राजीव गांधी बाल भविष्य सुरक्षा प्रयास आवासीय विद्यालय के वर्ष 2021-22 के प्रगति प्रतिवेदन का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के नक्सल प्रभावित और अनुसूचित क्षेत्रों के छात्रों को राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययन के अच्छे अवसर प्रदान करने के लिए 200 सीटों के साथ वर्ष 2010 में प्रयास आवासीय विद्यालय प्रारंभ किए गए थे। आज प्रदेश में 9 प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित हैं, जिनमें सीटों की संख्या बढ़कर 4000 हो गई है।

सीटों की संख्या बढ़ने से अब अधिक विद्यार्थियों को अच्छे अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में मिले अच्छे अवसर का ही परिणाम है कि अब तक प्रयास आवासीय विद्यालयों से आईआईटी तथा समकक्ष संस्थानों में 97 विद्यार्थियों, एनआईटी तथा ट्रिपल आईटी के समकक्ष संस्थानों में 261, सीए, सीएस, सीएमए में 29, इंजीनियरिंग कॉलेजों में 833, मेडिकल कॉलेज में 39 और क्लेट के माध्यम से 3 विद्यार्थी सफलता प्राप्त कर चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयास आवासीय विद्यालय के विद्यार्थी आज आईआईटी कानपुर, खड़गपुर, बीएचयू, भुवनेश्वर, आईएसएम धनबाद, मंडी, पटना, आईआईएसटी तिरूवंतपुरम आदि संस्थानों में अध्ययन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस वर्ष सफल हुए सभी विद्यार्थियों बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये विद्यार्थी जिन क्षेत्र से आए हैं, वहां के बच्चों को भी पढ़ाई के लिए प्रेरित करें और जिस संस्थान में वे अध्ययनरत हैं, उसमें अच्छा स्थान प्राप्त कर प्रदेश और विद्यालय का नाम रौशन करें।

मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर वीर नारायण सिंह के दीन-दुखियों और गरीबों के लिए किये गए योगदान को याद करते हुए कहा है कि वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत थे। शहीद वीर नारायण सिंह सोनाखान के जमींदार थे। वे लोगों के सुख-दुख में सदैव भागीदार रहते थे। वर्ष 1854-55 जब अकाल पड़ा उस समय उन्होंने कसडोल के मालगुजार से अनाज उधार लेकर प्रजा में बांटा।

उन्होंने मालगुजार से कहा कि अगले बरस फसल आने पर अनाज लौटा दिया जाएगा, लेकिन उनकी शिकायत की गई और अंग्रेजों ने उनकी खोजबीन शुरू कर दी। सोनाखान, सराईपाली और बसना में उनकी अंग्रेजों से मुठभेड़ हुई, जिसमें अंग्रेजों को वापस लौटना पड़ा। बाद में मुखबिर की सूचना पर उन्हें गिरफ्तार कर रायपुर के जयस्तंभ चौक पर फांसी दे दी गई।

इस अवसर पर अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि प्रयास आवासीय विद्यालय के विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से देश के प्रतिष्ठित संस्थानों आईआईटी, एनआईटी, सीए, सीएस, सीएमए, नेशनल लॉ कॉलेज और मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्राप्त करने में सफल हुए हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस विद्यालय से सफल होकर निकले विद्यार्थी आने वाले विद्यार्थियों के लिए सफलता का पथ प्रशस्त करने में प्रेरक का कार्य करेंगे।

उन्होंने बताया कि प्रयास विद्यालय में विद्यार्थी नक्सल प्रभावित जिलों और अनुसूचित क्षेत्रों के स्कूलों में पढ़कर चयन द्वारा प्रवेश लेते हैं। ग्रामीण और आदिवासी अंचलों की पृष्ठ भूमि में पले-बढ़े विद्यार्थियों के लिए उत्कृष्ट कैरियर निर्माण के लिए यह विद्यालय एक बड़ा अवसर और मंच प्रदान करता है।

मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि इन विद्यालयों के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए राष्ट्रीय प्रतिभा खोज, विज्ञान पहेली, गणित एवं विज्ञान ओलम्पियाड जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में भाग लेकर सफलता प्राप्त की है।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के सचिव डी.डी.सिंह ने बताया कि वर्ष 2010 में नक्सल प्रभावित जिलों में अध्ययनरत प्रतिभाशाली बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इन विद्यालयों की स्थापना की गई। योजना के प्रारंभ में सुदूर नक्सल  प्रभावित 16 जिलों के हाई स्कूल उत्तीर्ण अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को कक्षा 11वीं और 12वीं स्कूली शिक्षा के साथ-साथ प्रदेश के ख्याति प्राप्त अखिल भारतीय स्तर की तकनीकी, चिकित्सा संस्थानों में प्रवेश दिलाने के उद्देश्य से इसका संचालन किया जा रहा था।

वर्तमान में इस योजना का विस्तार करते हुए अब यह योजना नक्सल प्रभावित जिलों के साथ-साथ राज्य के समस्त अनुसूचित क्षेत्रों के स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए भी लागू कर दी गई है। इस योजना का लाभ अब 21 जिलों के अनुसूचित और उप योजना क्षेत्र के विद्यार्थियों को प्राप्त हो रहा है।

आयुक्त शम्मी आबिदी नेे बताया कि नक्सल हिंसा से प्रभावित परिवार के बच्चों को इस विद्यालय में सीधे प्रवेश दिया जाता है। इन विद्यालयों से अधिक से अधिक विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षा में सफल हो। इसके लिए विचार मंथन के बाद रणनीति में परिवर्तन करते हुए शिक्षा सत्र 2021-22 से नव प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए इन विद्यालयों को गणित, जीव विज्ञान और कॉमर्स इत्यादि पाठ्यक्रम के लिए विशेषीकृत किया गया है।

प्रयास आवासीय विद्यालय से आईआईटी में प्रवेशित विद्यार्थी को 40 हजार रूपए प्रति विद्यार्थी प्रति वर्ष प्रोत्साहन स्वरूप और आईआईटी और एनआईटी में प्रवेशित विद्यार्थियों को लैपटाप या लैपटाप के लिए राशि प्रदान की जाती है।

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छत्तीसगढ़ की योजनाओं से आकर्षित हो रहे है पडोसी राज्य, नीति समझने झारखण्ड से छत्तीसगढ़ पहुंचा प्रतिनिधि मण्डल http://revoltnewsindia.com/attracted-by-chhattisgarhs-plans-the-delegation-reached-chhattisgarh-from-jharkhand-to-understand-the-neighboring-state-policy/4576/ http://revoltnewsindia.com/attracted-by-chhattisgarhs-plans-the-delegation-reached-chhattisgarh-from-jharkhand-to-understand-the-neighboring-state-policy/4576/#respond Mon, 22 Nov 2021 13:11:30 +0000 http://revoltnewsindia.com/?p=4576 छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति-जनजाति-पिछड़ा वर्ग के कल्याण हेतु चलाए जा रहे योजनाओं को समझने झारखण्ड राज्य का प्रतिनिधि मण्डल पहुंचा छत्तीसगढ़ विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की ली जानकारी रायपुर। छत्तीसगढ़…

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  • छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति-जनजाति-पिछड़ा वर्ग के कल्याण हेतु चलाए जा रहे योजनाओं को समझने झारखण्ड राज्य का प्रतिनिधि मण्डल पहुंचा छत्तीसगढ़
  • विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की ली जानकारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन की जनहितकारी योजनाए अब अन्य राज्यों को भी पसंद आने लगी है I छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी लेने आज झारखण्ड राज्य की एक टीम पहुंची I यह टीम 22 एवं 23 नवम्बर दो दिवस के प्रवास पर रह कर की नीतियों के विषय में जानकारी लेगी है।

झारखण्ड से आये इस टीम में राज्य के आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के सचिव डॉ. कमलकांत सोन, अतिरिक्त सचिव अमरनाथ झा और मनोज भगत आदि शामिल हैं I

टीम ने प्रवास के पहले दिन यानि आज मंत्रालय महानदी भवन में विभाग की आयुक्त शम्मी आबिदी ने झारखण्ड के प्रतिनिधि मण्डल को विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में आबिदी ने बताया कि शासन की महत्वाकांक्षी बाल भविष्य योजना के तहत ’प्रयास’ आवासीय विद्यालय योजना का संचालन किया जा रहा है।

वर्ष 2010 से प्रारंभ हुए इस योजना के शुरूआत में नक्सल प्रभावित 16 जिले के विद्यार्थियों को आवासीय अध्ययन का लाभ दिया जा रहा था। सितम्बर 2020 के पश्चात यह योजना सम्पूर्ण अनुसूचित क्षेत्र में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए लागू कर दी गई है। विद्यालय में प्रवेश के लिए कक्षा 9वीं में प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है।

प्रदेश के रायपुर-दुर्ग-बिलासपुर-सरगुजा-कांकेर-बस्तर-कोरबा और जशपुर जिले में प्रयास आवासीय विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। इन विद्यालयों से अब तक 70 विद्यार्थियों का चयन आई.आई.टी., 226 विद्यार्थियों का चयन एन.आई.टी./ट्रिपल आई.टी., 772 विद्यार्थियों का चयन इंजीनियरिंग तथा 39 विद्यार्थियों का चयन मेडिकल की पढ़ाई के लिए हो चुका है।

आबिदी ने राज्य सरकार की दूसरी महत्वाकांक्षी योजना ’राजीव युवा उत्थान योजना’ (युवा कैरियर निर्माण योजना) के विषय में जानकारी दी कि योजना के तहत संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं की तैयारी के लिए नई दिल्ली के द्वारिका में ट्रायबल युथ हॉस्टल की स्थापना की गई है। इसी तरह राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं की तैयारी हेतु रायपुर एवं दुर्ग में कोचिंग की व्यवस्था की गई है।

राज्य के पांच जिले-जगदलपुर-कबीरधाम-नारायणपुर, रायपुर और बिलासपुर में संचालित हो रहे परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्रों में रेल्वे, बैकिंग, एस.एस.सी. तथा व्यापम द्वारा आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करवायी जाती है। अब तक दिल्ली स्थित ट्रायबल हॉस्टल से 126 अभ्यर्थी और जिलों में संचालित परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्रों में अध्ययनरत 206 अभ्यर्थियों का चयन विभिन्न विभागों के उच्च प्रशासनिक पदों पर हुआ है।

इसके अलावा विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे प्री-इंजीनियरिंग एवं प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी हेतु कोचिंग योजना, क्रीडा परिसर योजना, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय योजना, आर्यभटट् विज्ञान एवं वाणिज्य शिक्षण प्रोत्साहन योजना और वन अधिकार मान्यता पत्र वितरण योजना की भी जानकारी शम्मी आबिदी ने प्रतिनिधि मण्डल के समक्ष रखी।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल चार लाख 55 हजार 573 व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र एवं 45 हजार 432 सामुदायिक वन अधिकार पत्रों का वितरण किया जा चुका है। इस योजना के क्रियान्वयन में देश के अग्रणी राज्यों में छत्तीसगढ़ का नाम शामिल है।

झारखण्ड राज्य के प्रतिनिधि मण्डल ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित की जा रही प्रयास अवासीय विद्यालय की अध्ययन-अध्यापन व्यवस्था और उपलब्धियों की सराहना करते हुए बताया कि झारखण्ड राज्य में भी ’अकांक्षा’ नाम से योजना का संचालन किया जा रहा है।

इस योजना को और अधिक प्रभावशील बनाने के लिए प्रयास विद्यालयों में अपनाए गए अध्ययन-अध्यापन प्रक्रिया, नवाचारों और बेहतर प्रावधानों का समावेश झारखण्ड राज्य में किया जाएगा।

दो दिन के भ्रमण के दौरान झारखण्ड के प्रतिनिधिमण्डल द्वारा प्रयास विद्यालय, कन्या आदर्श आवासीय विद्यालय, एकलव्य आवासीय विद्यालय, सामुदायिक वन संसाधन अधिकार प्राप्त ग्राम सभा तथा वार्ड सभा, कांकेर के नथिया नवागांव स्थित कोसा सेंटर, आदर्श बालक छात्रावास लखनपुरी और कुलगांव का भ्रमण एवं लाभार्थियों से चर्चा की जाएगी।

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