रायपुर- प्रदेश में लंबे समय बाद राजनीतिक गहमा गहमी थमने लगा था, वहीं बुधवार को 15 विधायकों के दिल्ली जाने से एक बार फिर विपक्ष ने राजनीतिक माहौल तैयार करना शुरू कर दिया है । इस पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधायकों के दिल्ली दौरे के कॉन्सेप्ट को आज राजधानी के सुभाष स्टेडियम के कार्यक्रम दौरान क्लीयर किया है ।
सीएम बघेल ने कहा कि ना तो हर कदम राजनीतिक होता और ना ही हर कदम को राजनीति के नजरिए से देखना उचित होता है। जनप्रतिनिधि भी इंसान हैं, उनके भी रिश्ते नाते हैं, उनकी भी इच्छाएं होती हैं। दिल्ली देश की राजधानी है, हर किसी का दिल्ली से नाता-रिश्ता है। जनप्रतिनिधि यदि दिल्ली जा रहे हैं, तो इसका कतई मतलब यह नहीं कि वह राजनीतिक कदम ही है।
दरअसल प्रदेश के करीब दर्जनभर विधायक बीते दो दिनों से दिल्ली में हैं। चर्चा इस बात की है कि वे राहुल गांधी से मुलाकात के लिए गए हैं। वहीं अन्य राजनीतिक चर्चाओं को भी गर्म किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इन्हीं बातों को लेकर स्पष्ट किया है कि जरूरी नहीं कि हर कदम राजनीतिक होता है। जनप्रतिनिधियों के दिल्ली आने-जाने का सिलसिला चलता रहता है, एक साथ भी चले गए, तो यह उनकी इच्छाएं हैं। इन बातों को हमेशा राजनीतिक चश्मा पहनकर नहीं देखा जाना चाहिए।
विधायकों के छग प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात के सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि दिल्ली जाकर अपने वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करना, राजनीतिक घटनाक्रम का हिस्सा हो, जरूरी नहीं है। सामान्य मुलाकात भी होती हैं, सामान्य चर्चाएं भी होती हैं।
इस चर्चा के दौरान सीएम बघेल ने कपिल सिब्बल के बयान पर कहा कि वे पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, साथ ही अधिवक्ता भी हैं। सीएम बघेल ने कहा कि उन्होंने जो बयान दिया है, वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम बघेल ने कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद से सोनिया गांधी कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही हैं, जिसे पार्टी ने स्वीकार किया है।