रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य का बजट 9 मार्च को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पेश करेंगे। बजट सत्र के बारे में पूरी जानकारी मीडिया से साझा करने के लिए आयोजित प्रेस वार्ता में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने बताया कि पहली बार विधानसभा द्वारा विधायकों से प्रश्न ऑनलाइन मंगाए गए और विभागों से उत्तर भी ऑनलाइन मंगाए गए। वहीं मुद्रण के लिए भी सारे मैटर ऑनलाइन भेजे गए, इसका क्या लाभ होगा इसके लिए बाकायदा IIT से अध्ययन भी कराया गया।
इस तरह होगा विधानसभा का बजट सत्र
छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 7 मार्च से प्रारंभ होकर 25 मार्च तक चलेगा। इस बीच कुल 13 बैठकें आयोजित की जाएंगी। 7 मार्च को राज्यपाल का अभिभाषण होगा, साथ ही 7 को ही तीसरा अनुपूरक बजट भी आएगा। 8 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। 9 मार्च को 12:30 बजे मुख्यमंत्री और वित्त विभाग के भारसाधक मंत्री भूपेश बघेल बजट पेश करेंगे। बजट पर 10 मार्च को चर्चा होगी। 11 से 23 मार्च तक विभागवार चर्चा होगी।
90% प्रश्न पूछे गए ऑनलाइन
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने बताया कि विधायकों की और से कुल 1682 प्रश्न विधानसभा सचिवालय को आये जिसमे 1499 प्रश्न ऑनलाइन पहुंचे। यह आंकड़ा लगभग 90%होता है।
IIT खड़गपुर की टीम ने किया अध्ययन
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने बताया कि ऑनलाइन प्रक्रिया के अपनाने से क्या लाभ होगा इसकी जानकारी हासिल करने के लिए IIT खड़गपुर की टीम से अध्ययन कराया गया। इसके चौकाने वाले रिपोर्ट सामने आये हैं। उन्होंने बताया कि पेपरलेस काम करने से कागज के 4 लाख 50,000 पन्ने याने 2.2 टन कागज की बचत हुई है।
इससे 58 वृक्ष प्रति वर्ष कटने से बचेंगे, वहीं 73 फ्रिज में जितनी बिजली की साल भर में खपत होती है, उतनी बिजली की बचत हुई। इसके अलावा 1 लाख लीटर पानी की बचत होगी, पेपर लेस काम करने से 18 ट्रकों से जो परिवहन होता था, उसकी जरुरत नहीं पड़ेगी, और ऐसा करने से पर्यावरण में सल्फर डाई ऑक्साइड कम निकलेगी। डॉ महंत ने इसे अच्छी परंपरा की शुरुवात बताया।