नवीन स्वरूप में नवनिर्मित माता कौशल्या मंदिर का नवरात्रि के पहले दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे शुभारंभ…

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  • पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने चंदखुरी में कौशल्या माता मंदिर सौंदर्यीकरण और कार्यक्रम स्थल की तैयारियों का किया निरीक्षण
  • 51 फीट ऊंची आकर्षक भगवान श्री राम की मूर्ति का हो रहा है निर्माण
  • 7 अक्टूबर से तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन: चलेगा भजन, रामायण और प्रवचन से कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे
  • श्री राम के चौदह वर्ष वनवास काल में छत्तीसगढ़ वन-गमन से जुड़ी स्मृतियों को संजोने तैयार हो रहा है पर्यटन परिपथ

रायपुर, 05 अक्टूबर 2021 पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज आरंग विकासखण्ड के चंदखुरी में स्थित भारत वर्ष के एक मात्र माता कौशल्या मंदिर में चल रहे जीर्णाेंद्धार और सौंदर्यीकरण कार्याें का निरीक्षण किया।

राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ के तहत कौशल्या माता मंदिर का परिवर्तित स्वरूप में 7 अक्टूबर को होने वाले भव्य शुभारंभ के लिए रेनोवेशन का कार्य किया जा रहा है। पर्यटन मंत्री ने इस अवसर पर आमसभा के लिए निर्धारित स्थल की तैयारियों का भी जायजा लिया और अधिकारियों को कार्य शीघ्र पूरा करने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मंत्री साहू ने कार्यक्रम स्थल में आगंतुकों के लिए पेयजल, कूलर अथवा पंखा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को लाईट लोडिंग की स्थिति में बिजली व्यवस्था दुरूस्थ रखने के निर्देश दिए।

पर्यटन मंत्री साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दूर दृष्टि सोच से और परिकल्पना से भगवान श्री रामचंद्र जी के वनवास काल से जुड़े छत्तीसगढ़ में स्थलों को चिन्हांकित कर उन्हें राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। राम वन गमन पर्यटन परिपथ के रूप में 75 स्थानों को चिन्हांकित किया गया है। इनमें 9 स्थान प्रमुख है, जहां पर्यटन की दृष्टिकोण से आवश्यक सौंदर्यीकरण एवं सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। राम वन गमन पर्यटन परिपथ के लिए चयनित सड़कों के किनारे-किनारे वृक्षारोपण किया जा रहा है।

इसके अलावा शेष स्थानों को भी राम वन गमन पर्यटन परिपथ के स्वरूप में पिरोने तथा बच्चे, बूढ़े एवं महिलाओं आदि सभी तरह के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को इस दौरान जरूरत की आवश्यक सुविधाएं सड़क, बिजली, पानी, चाय, नाश्ता, भोजन, ठहरने की उचित व्यवस्था करने का कार्य भी किया जा रहा है।

इस पर्यटन परिपथ को इस तरह विकसित किया जा रहा है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को धार्मिक एवं आध्यामिक परिवेश के साथ प्रदेश़ की प्राकृतिक सुन्दरता का अहसास हो सके।

पर्यटन मंत्री साहू ने बताया कि माता कौशल्या मंदिर परिसर में 51 फीट का भव्य श्रीराम भगवान की मूर्ति का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा आकर्षक एवं सुन्दरता से भरपूर भव्य गेट का भी निर्माण हो रहा है, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहेगा।

मंदिर के चारों ओर दो तालाब है, जिसका सौंदर्यीकरण किया गया है। जिससे प्राकृतिक सौंदर्य की झलक देखकर लोगों को आनंद मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सोच है कि राम वन गमन पर्यटन परिपथ के निर्माण से पर्यटन स्थलों के समीप रहने वाले स्थानीय लोगों को रोजगार मिले, छत्तीसगढ़ संस्कृति और कलाकृतियों को पहचान मिले, उनके उत्पादों को विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध हो।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 7 अक्टूबर को नए स्वरूप में माता कौशल्या मंदिर से पर्यटन परिपथ का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन होगा। छत्तीसगढ़ में भगवान राम से जुड़ी स्मृतियों को संजोने मां कौशल्या के आंगन में समारोह की भव्य तैयारी जोरों पर है।

इसके साथ ही सीएम बघेल माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर परिसर के विकास और सौन्दर्यीकरण का उद्घाटन भी करेंगे। राम वन गमन पर्यटन परिपथ के प्रथम चरण में भगवान श्रीराम के वनवास से जुड़े प्रमुख रूप से सीतामढ़ी-हरचौका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंदखुरी, राजिम, सिहावा, जगदलपुर और रामाराम को विकसित किया जा रहा हेै।

इस अवसर पर्यटन मण्डल के चेयरमेन अटल श्रीवास्तव, पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी., प्रबंध संचालक यशवंत कुमार, रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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