रायपुर। महादेव घाट में भगवान गणेश की प्रतिमाओं को गलत तरीके विसर्जित करने के मामले में महापौर एजाज ढेबर सख्त नजर आ रहे हैं। उन्होंने विसर्जन कुंड में ड्यूटी के दौरान गायब जोन कमिश्नर नेतराम चंद्राकर जोन क्रमांक 1 को जांच के बाद निलंबित कर दिया है।
महापौर ढेबर ने कहा कि, जो घटना घटी वह निंदनीय थी, हमारी जांच समिति ने पाया कि जोन कमिश्नर की जो जिम्मेदारी थी उन्होंने उस जिम्मेदारी को निभाने में लापरवाही की।
इसलिए जोन कमिश्नर को हटाया गया है। अगर किसी के पास इस बात के सटीक प्रमाण है कि कचरे की गाड़ी में गणेश मूर्ति को लाया गया तो कार्रवाई होगी।
उन्होंने आगे कहा कि, भाजपा नेताओं ने मामले को तोड़मरोड़ कर पेश किया है, भाजपा धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है। इंदौर में भी घटना घटी है, भाजपा के लोग यह भी देखें।
बता दें की पिछले दिनों लगातार सोशल मीडिया में वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था, जिसमें भगवान गणेश की प्रतिमाओं को अपमानित तरीके से और नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा निगम के वाहनों से सीधे तालाब में फेंका जा रहा था I
जिस पर महापौर ने एक्शन लेते हुए तत्काल प्रभाव से 3 कर्मचारियों को निलंबित किया था, वही समिति भी गठित की गई थी, जिसमें 3 तीन अधिकारियों को नियुक्त किया गया था, जिसमें लोकेश्वर साह अपर आयुक्त, बी आर अग्रवाल और विजय पांडे को नियुक्त किया गया था।
वहीं आज जांच कमेटी का फैसला आया, जिसमें पाया गया कि विसर्जन कुंड में जोन कमिश्नर की ड्यूटी थी पर वे वहां नहीं थे, जिस पर आज तत्काल आदेश जारी करते हुए जोन 1 के कमिश्नर नेतराम चंद्राकर को जोन कमिश्नर के पद से मुक्त किया गया।