रायपुर। सड़क पर चलते हुए कार का शीशा नीचे कर चिप्स का रैपर छोड़ना या दरवाजा खोलकर कचरा सामान फेंकना जैसी लोगों की आदतें यहां आम हैं। केवल घर को ही साफ रखने और शहर को कूड़ादान समझने की मानसिकता को खत्म करने निगम के जनप्रतिनिधि से लेकर अफसर आगे आकर पहल करने जा रहे हैं।
महापौर एजाज ढेबर और सभापति प्रमोद दुबे ने अपनी-अपनी गाड़ियों में डस्टबिन रखने की शुरुआत कर दी है। अब वे कार का कचरा बाहर नहीं फेकेंगे बल्कि डस्टबिन में डालेंगे और बाद में उसे निर्धारित स्थान पर फेंकेंगे ताकि सड़क पर कचरा न फैले। कमिश्नर प्रभात मलिक भी अपनी गाड़ी में हमेशा डस्टबिन रखकर संदेश देंगे।
स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 में टॉप-3 में आने के लिए निगम के अमले ने तैयारी शुरू कर दी है। रायपुर निगम ने सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग के लिए के शहर के सभी मुक्कड़ खत्म कर दिए गए हैं। सूखा और गीला कचरा अलग-अलग कलेक्ट किया जा रहा है। सरोना के ट्रंचिंग ग्राउंड पर कचरे को साइंटिफिक तरीके से नष्ट करने की प्रक्रिया भी चालू हो चुकी है। ऐसी बड़ी सुविधा और काम जिनकी वजह से रायपुर के नंबर कम हो रहे थे, उसे लगभग पूरा कर लिया गया है।
छोटे डस्टबिन से बड़ा अभियान
महापौर, सभापति सभी एमआईसी सदस्य और निगम कमिश्नर, अपर आयुक्त, जोन कमिश्नर समेत जनप्रतिनिधि अपनी-अपनी गाड़ियों में एक छोटा डस्टबिन रखेंगे। यह निगम का बड़ा अभियान होगा। आम लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया जाएगा। महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि वे साफ-सफाई की छोटी सी छोटी बातों का हमेशा ध्यान रखते हैं। बात चाहे घर की हो या फिर आफिस या गाड़ी पर चलने के दौरान की। लोगों को भी इसकी पहल करनी चाहिए।
नई कार में डस्टबिन अनिवार्य
आटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन एक नई पहल शुरू करने जा रहा है। अब नई सोल्ड कार के साथ डस्टबिन अनिवार्य एसेसरीज के रूप में शामिल किया जा रहा है। यह एसोसिएशन की ओर से दिया जाएगा। सर्विसिंग या रिपेयरिंग के लिए शो रूप आने वाली गाड़ियों में भी डस्टबिन दिया जाएगा। निगम के पदाधिकारियों और अफसरों ने अपनी कार में डस्टबिन रखना शुरू कर दिया है। इसी पहल के बाद आटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन ने इसे रायपुर सहित प्रदेशभर में अनिवार्य एसेसरीज के रूप में लागू करने का निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ चैंबर आफ कामर्स और एसोसिएशन के पदाधिकारी आज महापौर ढेबर से मिलने जाएंगे।