रायपुर- सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली से लौट आये हैं। दिल्ली में उन्होंने पार्टी के आलाकमान के साथ बैठक की । इस बैठक में सीएम भूपेश बघेल सहित स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया शामिल हुए और प्रदेश की विकास योजनाओं को लेकर तीन घंटे की लंबी चर्चा हुई। वही विपक्षी दल भाजपा इस बैठक को लेकर प्रदेश की जनता को एक बार फिर ढ़ाई साल का चादर ओढ़ाना चाहता था, लेकिन उससे पहले ही सीएम बघेल ने चादर का पर्दाफाश कर दिया। दरअसल कई दिनों से विपक्षी दल प्रदेश में ढ़ाई-ढ़ाई साल की सरकार वाला अफवाह सोशल मीडिया पर परोस रहा है। जिससे प्रदेश की जनता में संशय बना हुआ था। सीएम बघेल ने इन अटकलों को साफ कर दिया है और बताया कि यह सरकार को अस्थिर करने की विपक्षी की साजिश है ।
दिल्ली से लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघले का बड़ा बयान सामने आया है,उन्होने कहा है कि ढाई-ढाई साल का राग अलपाने वाले जो सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं उनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार पूरी तरह से स्थिर है। आज मंत्री से लेकर हजारों की तादात में कार्यकर्ता पहुंचे थे। अपने मुखिया का दिल्ली से वापसी पर स्वागत करने वे विमानतल आए थे । सत्ता पक्ष के लोगों के स्वागत सत्कार का यह दृश्य उन्हे भी चौंका रहा था लेकिन प्रोटोकाल व सुरक्षा का पालन के मद्देनजर ऐतिहात बरता गया। लेकिन भूपेश बघेल के एयरपोर्ट से बाहर आते ही पूरा एयरपोर्ट परिसर भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे से गुंज उठा। छत्तीसगढ़ अडा हुआ है…भूपेश बघेल के साथ खड़ा हुआ….. का नारा लगा।
इस दौरान सीएम बघेल दिल्ली बैठक की बातों को पत्रकार चर्चा में बताए। उन्होंने बताया कि सोनिया-राहुल जी ने मुझ जैसे किसान को मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी सौंपी है। जब तक उनका आदेश है तब तक मैं इस पद पर हूं, जब कहेंगे हट जाऊंगा। ढाई-ढाई साल का राग अलापने वाले सफल नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी के साथ विकास के मुद्दे पर चर्चा हुई। छत्तीसगढ़ की स्थिति के बारे में उनको अवगत कराये। सीएम बघेल ने कहा कि बीजेपी को असलियत की जानकारी हो चुकी है । 15 साल में 14 सीट पर सिमट गई है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कल अपने बयान में यह स्पष्ट कर दिया है। सीएम बघेल ने स्पष्ट किया कि यह सरकार किसानों, मजदूरों और आदिवासियों की है और शानदार ढंग से काम कर रही है। सीएम के बयान से स्पष्ट होता है कि प्रदेश में किसान के बेटे को सीएम बनाने और किसानों के हितों समझने वाली सरकार बन जाने से विपक्ष आज बौखला उठा है और किसी भी प्रकार से सरकार को अस्थिर करने की फिराक में है।