रायपुर। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को मिल रही सफलता से उत्साहित छत्तीसगढ़ सरकार अब हिंदी स्कूलों का भी कायाकल्प करने वाली है। पूरे प्रदेश में लगातार मांग के बाद अबतक 171 अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किए जा चुके हैं, लेकिन साथ ही मांग इस बात की भी हो रही है कि पहले से चल रहे हिंदी मीडियम स्कूलों पर ध्यान दिया जाये। लिहाजा सरकार ने अब अगले चरण में हिंदी मीडियम स्कूलों को विकसित करने का फैसला लिया है।
लगातार की जा रही मांग के बाद लिया गया निर्णय छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने हिन्दी माध्यम के छात्रों, पालकों और जनप्रतिनिधियों से आ रही लगातार मांग को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की तर्ज पर ही हर जिले में कम से कम एक स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय खोला जायेगा,
जहां केवल हिन्दी माध्यम के ही विद्यार्थियों के लिए सर्वसुविधायुक्त शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था होगी। सरकार की एजुकेशनल ईयर 2022-23 में 32 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय प्रारंभ किए जाने की योजना है। हालांकि हाल ही में भाजपा ने सरकार पर हिंदी स्कूलों की उपेक्षा का आरोप लगाया था।
स्वामी आत्मानंद स्कूलों की तर्ज पर होगा हिंदी स्कूलों का कायाकल्प
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी मीडियम स्कूल स्कीम के तहत जिन हिन्दी मीडियम के स्कूलों को अपग्रेड किया गया है, उनमें पढ़ने वाले हिन्दी माध्यम के बच्चों के लिए भी उत्कृष्ट शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में गरीब वर्ग के बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की है।
इन स्कूलों में किसी प्राइवेट कान्वेंट स्कूल की तरह ही सर्वसुविधायुक्त लैब, लाईब्रेरी अच्छे फर्नीचर, खेल सुविधाओं सहित कई इंतजाम किए गए हैं। अब सरकार इन्ही स्कूलों की तर्ज पर हिंदी मीडियम स्कूलों का कायाकल्प करने जा रही है।
केन्द्र सरकार के अधिकारियों ने की तारीफ
छत्तीसगढ़ सरकार के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की केन्द्र सरकार के अधिकारियों ने खुलकर तारीफ की है। केंद्रीय स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के संयुक्त सचिव मनीष गर्ग ने बुधवार को रायपुर के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का अवलोकन करने के बाद काफी तरफ की। केन्द्र सरकार के संयुक्त सचिव गर्ग ने स्कूलों के अवलोकन के दौरान स्कूल में बच्चों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्कूल के स्मार्ट क्लास, लायब्रेरी और लैब का भी अवलोकन किया।