रायपुर। श्रम कल्याण मंडल के सदस्य मनोज सिंह ठाकुर ने श्रमिक हितों को सर्वोपरि मानते हैं । उन्होंने कहा कि प्रत्येक संस्थान एवं कारखानों को जो श्रम कल्याण मंडल के दायरे में आते हैं शीघ्र पंजीकृत करवाया जाएगा। वहीं जिन संस्थानों या कारखाने द्वारा पंजीकृत होने से बचा जाएगा या फिर गलत जानकारी देंगे उन संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही श्रम कल्याण मंडल के नियम के तहत कार्रवाई कर राज्य शासन को भी तत्काल सूचना व शिकायत लिखित में भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि हाल ही कुछ कारखानों में जब दुर्घटनाएं घटी तथा कुछ संस्थाओं के खिलाफ शिकायत मिली है। जिस पर श्रम कल्याण मंडल के नियमानुसार उक्त कारखानों की जानकारी प्राप्त की। कार्रवाई में पता चला कि उक्त संस्थाएं मंडल में पंजीकृत नहीं है। वहीं कुछ संस्थाएं पंजीकृत तो है लेकिन विधिवत आहत,पीड़ित या मृतक श्रमिकों का नामों की जानकारी संबंधित संस्थानों के द्वारा श्रमिकों का नाम श्रम कल्याण मंडल में नहीं भेजा गया था।
मनोज सिंह ने बताया कि नियमानुसार कार्यरत सभी श्रमिकों का विवरण मंडल में दिया जाना चाहिए। इससे यह स्पष्ट होता है कि संस्थानों या कारखानों के द्वारा सही जानकारी श्रम कल्याण मंडल में भेजा जा भेजा जा रहा है या नहीं। इस कार्य के लिए मंडल के द्वारा नियुक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कार्य पर भी सवाल खड़ा होता है।
ऐसे अधिकारी व कर्मचारियों का अगर अपने कर्तव्यों के निर्वहन के मुताबिक कार्य नहीं पाया जाएगा तो श्रमिक कल्याण द्वारा उनके खिलाफ कानूनी किया जा सकता है। क्योंकि छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के माध्यम से सभी श्रमिकों को लाभ पहुंचाने हम संकल्पित व तत्पर हैं ।