बस्तर के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी: मुख्यमंत्री बघेल…

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  • मुख्यमंत्री ने किया 109 करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन
  • जनसम्पर्क विभाग की पत्रिका ’न्याय का छत्तीसगढ़ मॉडल’ का किया विमोचन

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ सहित समूचे बस्तर के विकास के लिए कृतसंकल्पित है तथा बस्तर के विकास में कोई भी कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हम सब मिलकर जनभावनाओं के अनुरूप गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के तर्ज पर एक खुशहाल, समृद्ध एवं शांतिपूर्ण बस्तर का निर्माण कर विकास की गंगा बहायेंगे।

मुख्यमंत्री बघेल ने जगदलपुर प्रवास के दौरान दलपत सागर के समीप समुंद चौक में आयोजित कार्यक्रम में 109 करोड़ रूपए लागत के कुल 29 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इस दौरान उन्होंने 41 करोड़ 31 लाख रूपए के कुल 21 कार्यों का लोकार्पण एवं 68 करोड़ 10 लाख रूपए के कुल 8 कार्यों का भूमिपूजन किया।

इस अवसर पर बघेल ने छत्तीसगढ़ सरकार के तीन वर्षों के विकास कार्यों पर आधारित जनसम्पर्क विभाग की पत्रिका ’न्याय का छत्तीसगढ़ मॉडल’ का विमोचन भी किया। सभा स्थल में पहुंचने के पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने समुंद चौक में स्थित भगवान श्री राम एवं श्री कृष्ण के मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना कर प्रदेश एवं बस्तर की खुशहाली की कामना की।

इस अवसर पर सांसद दीपक बैज, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, विधायक चित्रकोट राजमन बेंजाम, महापौर सफीरा साहू, क्रेडा के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एम.आर. निषाद, निगर निगम के सभापति कविता साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण जगदलपुर एवं बस्तर के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बालीकोंटा में आज अमृत मिशन योजनातंर्गत सिवरेज मास्टर प्लांट का लोकार्पण होने से जगदलपुर शहर की पहचान ऐतिहासिक दलपत सागर में जाने वाली शहर की गंदे पानी की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि इनके माध्यम से गंदे पानी को शुद्धीकरण के बाद इन्द्रावती नदी में छोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आज से कुछ साल पहले शहर के इस ऐतिहासिक दलपत सागर जल कुंभियों से लदा रहता था। लेकिन हमारी सरकार एवं नगर निगम के प्रयासों से दपलत सागर आज जलकुंभी की समस्या से मुक्त होकर एक स्वच्छ, सुन्दर एवं मनोरम तालाब बन गया है। बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में पिछले तीन वर्षों के दौरान समाज के प्रत्येक क्षेत्रों में निरंतर विकास के कार्य किए जा रहे हैं। इसी क्रम में दन्तेवाड़ा जिले के छिन्दनार में अबूझमाड़ एवं महाराष्ट्र को जोड़ने वाली पुल का लोकार्पण किया गया है।

इस अवसर पर उन्होेंने पिछले तीन वर्षों के दौरान बस्तर में किसानों के उत्थान, आवागमन की सुविधा, पर्यटन के माध्यम से रोजगार का सृजन आदि विभिन्न विकास कार्याे की भूरी-भूरी सराहना की। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा बस्तर में हवाई सुविधाओं का विस्तार, फूड प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना, स्वामी आत्मानंद आदर्श अंग्रेजी माध्यम स्कूल, ई-लाईब्रेरी आदि की स्थापना के अलावा युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं एवं खेलकूद के लिए जरूरी मदद एवं अनुकूल परिवेश प्रदान किया जा रहा है।

बस्तर एवं आदिवासियों की कला, संस्कृति, भाषा-बोली, जीवन शैली आदि को भी सहेजने एवं संवारने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में बादल संस्था मिल का पत्थर साबित होगा। सांसद दीपक बैज ने छत्तीसगढ़ एवं बस्तर में हुए विकास कार्याे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोरोना कॉल के विषम परिस्थितियों में भी विकास कार्य निर्बाध गति से जारी रहा है। जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल नेतृत्व के कारण ही संभव हो सका है।

इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचंद जैन, महापौर सफीरा साहू ने भी पिछले तीन वर्षों के दौरान बस्तर एवं छत्तीसगढ़ में हुए विकास कार्याे की मुक्तकंठ से सराहना की। कार्यक्रम में संभागायुक्त श्याम धावड़े, आईजी पुलिस सुन्दरराज पी, बस्तर कलेक्टर रजत बंसल, एसपी जितेन्द्र मीणा सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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