- मुख्यमंत्री के साथ होने वाली राज्यस्तरीय बैठक के पूर्व संगठन और बोर्ड ने की तैयारी
- प्रतिवर्ष मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होती है राज्य सैनिक बोर्ड की बैठक
रायपुर, 09 फरवरी 2022 छत्तीसगढ़ में भूतपूर्व सैनिकों, उनके परिजनों, शहीदों के परिवारों के कल्याण और उनके पुनर्वासन को लेकर संचालनालय, सैनिक कल्याण, रायपुर में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। संचालक सैनिक कल्याण छत्तीसगढ़ एवं जिला सैनिक कल्याण कार्यालय रायपुर के तत्वाधान में राज्य के पूर्व सैनिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक सैनिक कल्याण परिषद के नवनिर्मित सभागार में 8 फरवरी को आयोजित की गई।
इस प्रथम बैठक की अध्यक्षता संचालक संचालनालय सैनिक कल्याण छत्तीसगढ़, ब्रिगेडियर विवेक शर्मा विशिष्ट सेवा मेडल ने की। बैठक का संचालन कैप्टन अनुराग तिवारी, भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रायपुर ने किया। बैठक में राज्य शासन के गृह विभाग का प्रतिनिधित्व एफ केरकेट्टा, उप सचिव गृह विभाग ने किया।
प्रतिवर्ष माननीय मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली राज्य सैनिक बोर्ड की बैठक में सैनिकों के कल्याण से संबंधित बातों और संबंधित मुद्दों को रखा जाता है। इस बैठक में रक्षा मंत्रालय और सेना के अधिकारी भी मौजूद होते हैं। इस बार की वार्षिक बैठक जल्द ही आयोजित होने वाली है और उसी की तैयारियों को लेकर ये विशेष बैठक आयोजित की गयी थी। इस बैठक में राज्य के सभी भूतपूर्व सैनिक संगठनों को भी शामिल किया गया था।
बैठक में इनसे संबंधित मुद्दे तथा उनपर निर्भर परिवारों की समस्याओं की चर्चा विस्तार से की गयी। बैठक में विभिन्न भूतपूर्व सैनिक संगठनों के 40 प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में जिला सैनिक बोर्ड के 4 अधिकारी प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित थे जबकि 6 जिला सैनिक कल्याण अधिकारी वर्चुअल मोड में बैठक में उपस्थित हुए। बैठक में रिटायर कर्नल रैंक के अधिकारी तथा सेना से संबंधित छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा क्षेत्र के अन्य अधिकारी भी भूतपूर्व सैनिक संगठनों की तरफ से उपस्थित थे।
बैठक में भूतपूर्व सैनिक संगठनों के सामने आ रही विभिन्न प्रकार की परेशानियों की चर्चा की गयी। इसके साथ ही शहीद परिवारों को दी जाने वाली एक्सग्रेशिया एमाउंट, भूतपूर्व सैनिकों के लिए आरक्षण, वीरता पुरस्कार में दी जाने वाली राशि में बढ़ोत्तरी और राज्य में भूतपूर्व सैनिकों के लिए नौकरियों की संभावनाओं पर विचार किया गया। ऐसा पहली बार हुआ था कि एक साथ 14 भूतपूर्व सैनिक संगठनों के पदाधिकारी एवं उनके प्रतिनिधि संगठित हुए थे और उनकी बैठक हुई।
इस बैठक की कार्यसूची को विधिपूर्वक राज्य के सभी संगठनों से सुविचार करने के पश्चात तैयार किया गया था। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के सभी पूर्व सैनिकों सैनिक परिवारों वीर नारियों, वीर माताओं, विधवाओं एवं द्वितीय विश्व युद्ध की नारियों की समस्याओं पर सुचारू रूप से विचार, चर्चा और उनका समाधान निकालना था।
भूतपूर्व सैनिकों को पहले ही राज्य और केंद्र सरकार के द्वारा शहीदों के परिजनों और उन पर निर्भर परिवारों के लिए चलायी जा रही योजनाओं के बारे में जिसमें स्कालरशिप, चिकित्सा सुविधा और जरूरतमंदों के लिए वित्तीय सहायता शामिल है, की जानकारी दी गयी थी। अपनी तरह की इस पहली बैठक में जिसमें सभी जिला सैनिक कल्याण संगठन, भूतपूर्व सैनिक शामिल थे, इसको लेकर सभी ने अपनी खुशी जाहिर की और राज्य सैनिक बोर्ड के संचालक को बधाई दी।